Tuesday, July 28, 2015

अमर हुए कलाम LIVE: रास्ते में बच्चों ने दी श्रद्धांजलि, शाम चार बजे से अंतिम दर्शन

शिलांग. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर मंगलवार दोपहर गुवाहाटी से दिल्‍ली एयरपोर्ट पहुंच गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि दी। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और तीनों सेनाओं के चीफ ने भी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद, उनका पार्थिव शरीर 10 राजाजी मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास ले जाया गया। शाम चार बजे से लोग यहां उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। कलाम के पार्थिव शरीर को जब उनके आधिकारिक आवास ले जाया जा रहा था तो रास्ते में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने उनको अंतिम विदाई दी। बता दें कि कलाम का का अंतिम संस्कार उनके गृह नगर रामेश्वरम में होगा। सोमवार शाम मेघालय की राजधानी शिलांग में लेक्‍चर देते वक्‍त मंच पर ही दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था।



* कलाम का पार्थिव शरीर 10 राजाजी मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास पहुंचा।
* स्कूली बच्चे सड़कों पर नजर आए। कलाम को आखिरी विदाई दी।
* एयरपोर्ट से राजाजी मार्ग के सरकारी आवास पर ले जाया जा रहा है पार्थिव शरीर। आम लोग 4 बजे से कर सकेंगे अंतिम दर्शन।
* पीएम नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि।
* रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने एयरपोर्ट पर डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि दी।
* एयरपोर्ट पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, एलजी नजीब जंग ने भी दी श्रद्धांजलि।
* राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी पहुंच रहे हैं एयरपोर्ट।
* रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर एयरपोर्ट पहुंचे।
* कुछ ही देर में दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करेगा डॉ. कलाम का पार्थिव शरीर ले कर आ रहा एयरफोर्स का प्लेन (C-130 J Super Hercules)।
* मंगलवार को संसद शुरू होते ही दोनों सदनों में डॉ. कलाम को श्रद्धांजिल दी गई। श्रद्धांजलि देने के बाद संसद की कार्यवाही को 30 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई।
* गृह नगर रामेश्वरम में डॉ. कलाम का कल अंतिम संस्कार किया जाएगा।
* राष्ट्रीय अविष्कार अभियान से जुड़ेगा डॉ. कलाम का नाम। एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने किया एलान। इस अभियान की शुरुआत कुछ दिन पहले डॉ. कलम ने ही की थी।
* बीजेपी के पार्लियमेंट्री बोर्ड की बैठक दी गई डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा- देश के आम नागरिक के प्रेसिडेंट थे कलाम। उनके निधन से भारी क्षति।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और तीनों सेनाओं के चीफ भी पहुंचेगे एयरपोर्ट
* 12.30 बजे एयरपोर्ट पर लैंड करेगा एयरफोर्स का प्लेन।
* दिल्ली के 10 राजाजी मार्ग पर रखा जाएगा डॉ. कलाम का पार्थिव शरीर, घर के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा। पहुंचे सेना के जवान।
संसद में दी जाएगी डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि।
* कैबिनेट के साथ पीएम करेंगे बैठक।
* गुवाहाटी में सीएम तरुण गोगोई ने दी श्रद्धांजलि।
* देश में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक पर मंगलवार को खुले रहेंगे सारे सरकारी ऑफिस।
कैसे हुआ निधन
सोमवार शाम 83 साल के डॉ. कलाम इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, शिलांग में 'पृथ्‍वी को रहने लायक कैसे बेहतर बनाया जाए' टॉपिक पर लेक्चर दे रहे थे। उन्‍होंने लेक्‍चर शुरू ही किया था कि उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उन्हें बेथनी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन शाम 7.45 बजे अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. जॉन ने बताया कि डॉ. कलाम नहीं रहे। डॉ. जॉन ने बताया कि 7 बजे उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। (डॉ. कलाम के 11 सिद्धान्त, जिससे सीखा पूरे देश ने)
सात दिन का राष्ट्रीय शोक
गृह मंत्रालय के अनुसार कलाम के सम्मान में 27 जुलाई से 02 अगस्त 2015 तक राष्ट्रीय शोक रहेगा। इस दौरान देशभर में सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस दौरान सरकारी स्तर पर किसी भी तरह के मनोरंजन कार्यक्रम या समारोह का आयोजन नहीं किया जाएगा। (वैज्ञानिक बनने से पहले टूटा था एयरफोर्स में जाने का डॉ. कलाम का सपना)
पृथ्वी पर लेक्चर देने गए थे शिलांग
IIM, शिलॉन्ग में डॉ. कलाम लिवेबल प्लैनेट अर्थ सब्जेक्ट पर लेक्चर दे रहे थे। इस बारे में उन्होंने ट्वीट भी किया था, जो उनका आखिरी ट्वीट साबित हुआ। उनका ट्वीट ये था-
@APJAbdulKalam 
Going to Shillong.. to take course on Livable Planet earth at iim.
With @srijanpalsingh and Sharma.
कौन थे कलाम
15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे कलाम ने 2002 में देश के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। वे मिसाइलमैन के रूप में भी मशहूर रहे। (देखिए, डॉ. कलाम के RARE PHOTOS)
- डॉ. कलाम लम्बे समय तक डीआरडीओ से जुड़े रहे।
- देश के पहले स्वदेशी उपग्रह पीएसएलवी-3 के विकास में अहम योगदान दिया था।
- पृथ्वी और अग्नि जैसी मिसाइलें बनाने में बड़ा रोल।
- 1998 के पोकरण परमाणु परीक्षण को लीड किया।
- 1997 में देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजे गए।
- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वैज्ञानिक सलाहकार रहे।
- सोशल मीडिया पर सक्रिय थे।
- खाली समय में संगीत सुनने का शौक था।
- बचपन में पढ़ाई का खर्च निकालने के लिए अखबार तक बेचा।
- ताउम्र अविवाहित रहे।
एक सपना रह गया अधूरा
डॉ. कलाम का एक सपना अधूरा रह गया। वह इन दिनों एक किताब लिख रहे थे। किताब के सह लेखक व्ही पोनराज ने बताया कि कलाम तमिल भाषा में एक किताब लिख रहे थे। इस किताब के सात अध्याय लिखे जा चुके हैं। इस किताब को विजन 2020 का सामानांतर संस्करण है। इसमें तमिलनाडु के विकास पर विस्तार से बताया गया है। सह लेखक पोनराज कहते हैं कि कलाम से उनकी किताब के संबंध में 23 जुलाई को अंतिम बार बातचीत हुई थी।

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