Tuesday, March 1, 2016

पाकिस्तान ने पहली बार माना, 14 जनवरी से प्रोटेक्टि‍व कस्टडी में है मसूद अजहर

पाकिस्तान ने पहली बार इस बात को स्वीकार किया है कि पठानकोट हमले में जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर 'हिरासत' में है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने हमारे सहयोगी चैनल 'इंडिया टुडे' के साथ बातचीत में भारत से उस आरोप को भी खारिज किया है कि पाकिस्तान की ओर से पठानकोट हमले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है.




सरताज ने बताया कि मसूद अजहर 14 जनवरी से हिरासत में है. भारत ने आरोप लगाया था कि मसूद को हिरासत में लिए जाने के बाद पाकिस्तान की तरफ से उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

FIR में दर्ज होगा नाम 

बता दें कि पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने पठानकोट में हुए आतंकी हमले को लेकर एफआईआर दर्ज की थी. हालांकि उस एफआईआर में जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद का नाम नहीं था. सरताज अजीज ने बातचीत में कहा, 'एफआईआर सिर्फ पहले स्तर की रिपोर्ट है और आगे दर्ज होने वाली एफआईआर में बाकी नाम जरूर शामिल किए जाएंगे.' मसूद दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.


भारत से मिले सबूतों पर कार्रवाई


पठानकोट हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के भारत की तरफ से दिए गए सबूतों के बारे में अजीज से पूछा गया. इसपर उन्होंने कह कि भारत की तरफ से उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबरों में से एक काम कर रहा था और उसकी लोकेशर बहावसपुर में जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर में पाई गई.


सीमापार हमले पर कार्रवाई मुश्किल


अजीज ने कहा, 'जब भी सीमा पार कोई अपराध होता है तो कानूनी प्रक्रिया और ज्यादा मुश्किल हो जाती है क्योंकि हमारे पास लोकेशन या सबूत नहीं होते. स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम को मोबाइल नंबरों और उपलब्ध लिंक की जांच करनी पड़ी. उन्हें इस बात की जांच करनी पड़ी कि इस हमले के पीछे किसका हाथ हो सकता है.'


भारत आएगी SIT


अजीज ने बताया कि पाकिस्तान की SIT के यहां आकर जांच कराने के लिए भारत राजी हो गया है. पाकिस्तानी की टीम फरवरी के आखिर या मार्च में पठानकोट का दौरा कर सकती है.






















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