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Friday, July 3, 2015

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिणपंथी संगठनों से जान का खतरा, खुफिया एजेंसियों का अलर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को खतरे की खबर है. दिल्ली पुलिस के खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी को पहली बार कट्टर दक्षिणपंथी संगठनों से जान का खतरा है.

दस्तावेजों में मोदी की ओर से मुस्लिमों को आकर्षित करने से दक्षिणपंथी संगठनों की नाराजगी बताई गई है. खुफिया एजेंसियों ने पुलिस को इस बाबत अलर्ट जारी किया है. आज तक के पास खुफिया अलर्ट की कॉपी है. दिल्ली पुलिस के इन दस्तावेजों के मुताबिक, इंटरनेशनल योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए थे.





40 आतंकवादी संगठनों से मिल चुकी है मोदी को धमकी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक 40 आतंकी संगठनों से जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. इनमें नक्सल समर्थक, नॉर्थ ईस्ट, आतंकियों और अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग शामिल हैं. लेकिन दक्षिणपंथी संगठनों से जान से जान का खतरा मोदी की सुरक्षा में लगी एजेंसियों के लिए चौकाने वाली बात है.


मुस्लिमों को लुभाने का आरोप 

इन दस्तावेजों में दक्षिणपंथी संगठनों की नाराजगी की वजह गुजरात दंगों में कुछ दक्षिणपंथी नेताओं को सजा दिए जाना बताया गया है. इसके साथ ही मोदी पर मुस्लिमों को लुभाने से भी संगठनों ने नाराजगी जताई गई है. खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद दिल्ली पुलिस SOP गाइड तैयार कर रही है.












Monday, April 13, 2015

बाकी PM के मुकाबले बेहद कम सैलरी लेते हैं नरेंद्र मोदी




अप्रेजल सीजन में आप अपनी तनख्वाह की फिक्र में डूबे होंगे. लेकिन क्या आपको मालूम है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे प्रधानमंत्रियों के मुकाबले बेहद कम सैलरी लेते हैं.

प्रधानमंत्री कार्यालय का आधिकारिक समय सुबह 9 से शाम 5:30 बजे तक का है. लेकिन खबरों के मुताबिक, मोदी हर रोज 12 से 18 घंटे काम करते हैं और सिर्फ तीन घंटे की नींद लेते हैं.




इसके लिए मोदी की सालाना तनख्वाह 19.2 लाख रुपये है. यानी महीने की सैलरी 1.6 लाख रुपये हुई. इसमें पर्सनल स्टाफ, भव्य घर और दूसरी चीजें शामिल हैं.


जबकि ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की मासिक सैलरी करीब 10 लाख रुपये, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 7.5 लाख, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की सैलरी 16.8 लाख और बराक ओबामा की 20 लाख रुपये है.












Monday, March 30, 2015

PM मोदी ने केजरीवाल से पूछा, अब कैसी है आपकी तबीयत?


मौका था राष्ट्रपति भवन में पद्म पुरस्कार समारोह का और उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुलाकात हो गई. इस छोटी सी मुलाकात में प्रधानमंत्री केजरीवाल से उनकी सेहत के बारे में पूछना नहीं भूले.

जब मोदी ने कसा था केजरीवाल की खांसी पर तंज 


मोदी ने केजरीवाल से पूछा, 'अब आपकी तबीयत कैसी है?' केजरीवाल ने जवाब दिया, 'सर मैं अब ठीक हूं.' इससे पहले भी जब दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी तो मोदी ने केजरीवाल से उनकी खांसी के बारे में पूछा था और उन्हें बंगलुरु के डॉक्टर नागेंद्र से इलाज कराने की सलाह दी थी. केजरीवाल हाल में बंगलुरु के एक नैचुरोपैथी सेंटर से इलाज कराकर आए हैं.

पार्टी में सब ठीक है, बोले केजरीवाल



बाद में केजरीवाल ने पत्रकारों से बातचीत में आम आदमी पार्टी में चल रहे घमासान को लेकर जवाब दिया. केजरीवाल ने कहा, 'हमारी पार्टी में सब ठीक चल रहा है.' उन्होंने बताया कि वो 5 अप्रैल को एक एंटी करप्शन हेल्पलाइन लॉन्च करेंगे.











Tuesday, March 10, 2015

ब्‍लैक मनी: उदाहरण के तौर पर कहा था, हर व्‍यक्‍ति‍ को मि‍लेंगे 15 लाख

नई दि‍ल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावों के दौरान कहा था कि‍ अगर सारा ब्‍लैक मनी वापस आ जाए तो प्रत्‍येक नागरि‍क को 15 लाख रुपए मि‍लेंगे। इस बयान का बचाव करते हुए सरकार ने कहा कि‍ यह आंकड़ा एक ‘उदाहरण के तौर’ पर कहा गया है।
देश में काले धन को रोकने के लि‍ए केंद्र सरकार का रुख काफी सख्‍त हो गया है। वि‍त्‍त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को राज्‍यसभा में यह आश्‍वासन दि‍या कि‍ एचएसबीसी की सूची में जि‍न लोगों का नाम शामि‍ल है उनके खि‍लाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे। प्रशनकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि‍ स्‍वि‍स बैंक में 628 खाताधारकों के नाम सामने आए हैं। इसमें से कई मामलों में लोगों की पहचान हो गई है। टैक्‍स चोरी के इन मामलों में कुल आमदनी 3,250 करोड़ रुपए है। इसके अलावा, उन्‍होंने कहा कि‍ 77 आपराधि‍क मामलों को फाइल लि‍या जा चुका है।
जेटली ने कहा कि‍ अंतरराष्‍ट्रीय समझौतों के साथ-साथ सरकार हर संभव कदम उठा रही है। गैर कानून वि‍देशी खाताधारकों के खि‍लाफ जुर्माना लगाने से लेकर मुकदमा चलाने का काम सरकार कर रही है।
जब सदस्‍यों ने वि‍देशों में जमा काले धन की वास्‍तवि‍क राशि‍ के बारे में पूछा तो वि‍त्‍त मंत्री ने सवाल को टालते हुए कहा कि‍ वि‍भि‍न्‍न प्रकार से मूल्‍यांकन कि‍या जा रहा है और इसकी जानकारी सदन को दी जाएगी।
उन्‍होंने कहा कि‍ सुप्रीम कोर्ट द्वारा नि‍युक्‍त स्‍पेशल इंवेस्‍टि‍गेशन टीम (एसआईटी) मूल्‍यांकन प्रक्रि‍या पर काम कर रही है और राजस्‍व वि‍भाग इस टीम के साथ जुड़ी हुई है। वि‍त्‍त मंत्री ने कहा, ‘एसआईटी मासि‍क आधार पर मूल्‍यकांन कर रही है और इसकी रि‍पोर्ट सुप्रीम कोर्ट भेजी जा रही है।’
सरकार ने पूछा गया कि‍ एसआईटी द्वारा दि‍ए गए कि‍न सुझावों को अपनाया जा रहा है, तो उन्‍होंने कहा कि‍ काले धन के खि‍लाफ सख्‍त कदम उठाए गए हैं जि‍सकी घोषणा इस साल के बजट की गई। यह कदम मुख्‍य रूप से एसआईटी के सुझाव के आधार पर उठाए गए हैं।











जानिए, कैसे महिलाओं की लिपस्टिक से पता चल जाती है किसी देश की हालत

नई दिल्ली. हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान दौरे पर गए थे। भूटान दुनिया में इकलौता देश है, जिसके विकास का पैमाना ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस इंडेक्स (जीएनएच) है। इसका मतलब हुआ देश में जितनी खुशी, उतना विकास। आज हम आपको ऐसे ही कुछ और इंडेक्स के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में शायद आपने पहले नहीं सुना होगा।

आइए जानते हैं इन सूचकांकों के बारे में-

लिपस्टिक सूचकांक
हाल ही में प्रसिद्ध हुए सूचकांकों में से एक लिपस्टिक सूचकांक है, जिसकी मदद से आर्थिक मंदी का पता लगाया जाता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि आर्थिक हालात बेहतर होने पर महिलाएं ज्यादा कपड़े खरीदती हैं, जबकि इसकी तुलना में मंदी में महिलाएं लिपस्टिक ज्यादा खरीदती हैं। किसी अर्थव्यवस्था में लिपस्टिक की बिक्री से माध्यम से लंबे समय की मंदी का अनुमान लगाया जा सकता है।

मंदी में महिलाओं का लिपस्टिक पर होता है अधिक खर्च

मुश्किल हालात में महिलाएं ज्यादा आकर्षक दिखने के लिए लिपस्टिक पर अधिक पैसे खर्च करने लगती हैं। यह देखा गया है कि ऐसे वक्त में महिलाओं की दिलचस्पी कपड़े, जूते, पर्स आदि से घटकर लिपस्टिक की तरफ मुड़ जाती है। मंदी की स्थिति में जहां एक ओर हर प्रोडक्ट की सेल घटती है, वहीं दूसरी ओर लिपस्टिक की सेल बढ़ने लगती है।

1990 के दशक में बना था ये इंडेक्स

महिलाओं के इस व्यवहार को देखते हुए 1990 के दशक में एसटी लाउडर के चेयरमैन लियोनार्ड लाउडर ने एक इंडेक्स बनाया था, जो ऐसी स्थिति में इकोनॉमिक हेल्थ के इंडिकेटर की तरह काम करता है।

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